2.हम इस Trading Strategy में Trend के Against Trade लेने वाले हैं इसलिए Tight Stop loss रखे ।
what is stop loss order स्टॉप लॉस आर्डर क्या होता है
नमस्ते दोस्तों। आज हम जानने वाले है की what is stop loss order .मतलब स्टॉप लोस आर्डर क्या होता है। और साथ ही हम जानने वाले है की स्टॉप लॉस लगाने के क्या क्या फायदे है। और स्टॉप लॉस ना लगाने के क्या नुकसान है। अपने स्टॉप लॉस नाम तो बहोत बार सुना होगा। लेकिन कभी आपने जानने की कोशिश नहीं की की ये होता क्या है। किससे जुड़ा है। और क्या काम आता है स्टॉप लॉस। तो आज हम इन्ही सब चीजों के बारे में समझने वाले है।तो चलिए समझते है what is stop loss order .
stop loss order वो होता है जहा शेयर बाजार में आप intraday trading करते हो तो आपका नुकसान बच्याने के लिए जो आर्डर लगायी जाती है। उसेही स्टॉप लॉस आर्डर कहा जाता है। शेयर बाजार में आप ट्रेडिंग करते हो तो आपको मुनाफा कमाना होता है। जब आप कोई शेयर खरीदते हो। और अगर आपके विरुद्ध वो शेयर जाता है। तो आप आपके लॉस के मुताबिक स्टॉप लॉस आर्डर लगा सकते हो। तो स्टॉप लॉस एक आपका नुक़सान बचने का काम करता है।
types of stop loss स्टॉप लॉस के प्रकार
अभी आपको शेयर बाजार में स्टॉप लॉस (what is stop loss orde)क्या होता है ये तो समझ आ गया होगा। अभी हम स्टॉप लॉस के प्रकार कितने और कोनसे होते है। ये समझते है। स्टॉप लोस के दो प्रकार होते है। एक होता है primary stop loss .और एक होता है trailing stop loss . तो जानते हे इनके बारे में विस्तार में।
१.primary stop loss
ये एक फिक्स स्टॉप लॉस होता है। मतलब आप एक फिक्स रेंज में इस स्टॉप लॉस को लगते हो। जैसे की आप इस स्टॉप लॉस को स्टॉक प्राइज के सपोर्ट के निचे लगते हो। ज्यादातर अनुभवी ट्रेडर्स ऐसाही करते है। लेकिन जो शेयर बाजार में नए होते है उन्हें तो स्टॉप लॉस मालूम ही नहीं होता। और जिनको मालूम होता है। वो कभी उसे लगाते ही नहीं है। क्यकि शेयर की प्राइज ऊपर निचे होती रहती है। तो उन्हें लगता है की हमारा स्टॉप लॉस हिट होकर फिरसे प्राइज ऊपर जायेगा। इस सोच की वजह से उन्हें और भी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है।
stop loss order lagane ke fayde
स्टॉप लॉस लगाने से आपका नुकसान आप के काबू में होता है। स्टॉप लॉस से आप चाहे उतनाही नुकसान आपको हो सकता है उसके ऊपर आपको नुकसान नहीं हो सकता। मार्किट में अचानक मंदी आती है। और जिस प्राइज पर आपने स्टॉप लॉस लगाए है। उसकी प्राइज पर आपकी पोजीशन एग्जिट हो जाती है।
trailing stop loss का तो नहुत बड़ा फायदे है। जैसे की मैंने बताया जब आप ट्रेडिंग के लिए शेयर खरीदते हो। तो ऊपर जाने पर आप अपना निचे का स्टॉप ऊपर लगा सकते हो।जिससे आपको लॉस होगा ही नहीं। कुछ न कुछ प्रॉफिट तो आपको ट्रेलिंग स्टॉप लॉस से मिल ही जाता है।
how to do intraday trading in zerodha in hindi
यदि अपने zerodha में अपना अकॉउंट खुलवाया है और उसमे कैसे ट्रेडिंग किया जाये इसके बारे में जानना चाहते हैं तो मैं आपको आज इसी विषय के बारे में बताने वाला हूँ जिससे आपको ज़ेरोढा में ट्रेडिंग करते वक़्त कोई परेशानी न हो
सबसे पहले आपको nse के साइट से कुछ ज्यादा प्राइस और हाई वॉल्यूम वाले स्टॉक को अपने ज़ेरोढा ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? के लिस्ट में रखने होंगे और यह ध्यान देने वाली बात यह है की वे सारे शेयर एक ही सेक्टर के नहीं हो सब अलग – अलग हों चाहिए और साथ में ज़ेरोढा प्लेटफार्म भी 5 भागो में कुल 250 स्टॉक रखने की सुविधा देती हैं इसका लाभ आप जरूर ले
ऊपर इमेज में मैंने महत्वपूर्ण भाग को एक लाइन के द्वारा चिन्हित किया हैं सबसे पहले आप nse के साइट से स्टॉक को चुनकर एक कॉपी में लिख ले और उसके बाद उन सारे लिखे हुए स्टॉक को ज़ेरोढा के बॉक्स में इन्सर्ट कर ले ।
zerodha intraday trading in hindi
मान लीजिये की इंट्राडे करने के लिए मैंने ज़ेरोढा ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? के बॉक्स से आईसीआईसीआई बैंक को इंट्राडे के लिए चुन लिया हैं और अब हमे इंडिकेटर का भी इस्तेमाल करना हैं तभी हम कोई ट्रेड ले पायंगे ।
इंडिकेटर के लिए मैंने बोलिंगर बंद को चुना हैं जो भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जानेवाला एकलौता इंडिकेटर हैं और ट्रेंड को पाचन करने के लिए macd का प्रयोग करेंगे । चूँकि हमे इंट्राडे के लिए ट्रेड लेना है इसके लिए टाइम पीरियड 15 मिनट का होगा ।
buy – कोई भी स्टॉक खरीदने से पहले मैड पर उसके ट्रेंड को चेक करेंगे और इसके चेक करने के सबसे आसान तरीका हैं जब macd line signal लाइन को निचे से ऊपर की ओर क्रॉस करे
तब आप समझ जाइये की अब इस स्टॉक में buy की अवसर आने वाले हैं । यह सिग्नल मिलने के बाद अब हमे बोलिंगर बैंड के तरफ जाकर उसके बिच वाली लाइन जो की 20 डे मूविंग एवरेज की होती हैं
margin intraday square off meaning in hindi
1 ) पहला जब इंट्राडे के दौरान कोई स्टॉक को हम खरीदते हैं तो हमे उस स्टॉक के प्राइस के हिसाब से 10% का बैलेंस अपने demat खातेमें रखना पड़ता हैं जैसे की मान लीजिये की मुझे icici बैंक का 10 शेयर खरीदना हैं
और उसका एक शेयर का प्राइस 500 रूपए हैं तो मुझे अपने अकाउंट में कम से कम 500 रूपए रखने होंगे तभी मैं उस शेयर के 10 कॉन्टिटी खरीद पाउँगा यदि आपके अकाउंट में 5000 रूपए है तो आप बिना लवरेज और मार्जिन के भी उस स्टॉक को खरीद सकते हैं ।
2 ) यदि आपने इंट्राडे के दौरान लवरेज के माध्यम से कोई स्टॉक को ख़रीदा हैं और आपको ऐसा लगता हैं की उस स्टॉक की और ऊपर जाने की संभावना हैं तो आप उसे अपने खुद के पैसे से कन्वर्ट करके अगले दिन के लिए भी होल्ड कर सकते हैं
3 ) intraday squre off का मतलब है की जब आपने कोई स्टॉक को इंट्राडे के लिए ख़रीदा हैं तो आपको मार्किट बंद होने के 10 से 15 मिनट पहले अपने सारे सौदे को क्लोज करने होते हैं यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपसे फाइन के रूप में कुछ पैसे काट लिए जायेंगे इसलिए हो सके तो अपने सौदे को 3 बजे तक जरूर क्लोज कर ले
बेस्ट Intraday Trading Strategy 2022
- सबसे पहले Tradingview को ओपन करें उसके बाद ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? चार्ट में Banknifty का Chart खोलें 5 minute का Timeframe को open करें
- अब आपको चार्ट को अच्छे से देखना है और एक Bulish Trend को ढूंढना है ।
- उसके बाद अगर आपको एक Doji/Inverted Harmer Candle दिखाई दिया तो आपको entry signal मिल गया है ।
- जैसे ही अगला candle उस doji/Inverted Harmer Candle का low तोड़ेगा आपको तुरन्त entry लेना है ।
- उस doji/Inverted Harmer Candle का हाई पर Stop Loss रखना है
- 1:2 का Risk Reward ratio रखना है यानी की अगर 8 रुपए का Stoploss लगा है तो उसके दुगना यानी की 16 रुपए Target रखना है ।
- इस strategy में आपको कभी कभी 1:3 , 1:4 ,1:5 और इसे बहत ज्यादा profit देखने को मिलेगा लेकिन इसके लिए Trailing Stoploss लगना पड़ेगा । अगर आप एक Biginer है या फिर ट्रेडिंग सिख रहे है तो आप 1:2 का टारगेट लेकर बाहर आ जाए ।
आखरी बात
में इस strategy को backtesting करके बी देखा है ,live मार्किट में apply करके भी देखा है और मुझे Result मिला है। इसीलिए में इस स्ट्रेटेजी को आपके साथ शेयर किया हूँ।
मुझे उम्मीद है की आपको इस आर्टिक्ल को पढ़कर अच्छा लगा होगा। अगर आपके मन में कोई सवाल है तो हमे कमेंट बॉक्स में लिख कर बताये। और इस आर्टिकल को सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
हम आगे भी इसी तरह का और एक intraday trading strategy के बारे में बताने वाले हैं जो सिर्फ Future एंड Option ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी होगा। जो लोग निफ़्टी /बैंकनिफ्टी में ट्रेड करते है उसके लिए है।
इंट्रा-डे ट्रेडिंग का मतलब जलती आग पर चलना
इंट्रा डे ट्रेडिंग में ट्रेडर के सामने समस्या समय ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? की होती है क्योंकि ट्रेडर को सौदा उसी दिन खरीदकर उसी दिन बेचना होता है जैसे की अपने कोई शेयर 10 रुपए में खरीदा और एक घंटे बाद कोई ऐसी खबर आई, जिससे बाजार में मुनाफावसूली शुरू हुई और आपका शेयर नीचे की ओर लुढ़कने लगा। मान लीजिये दोपहर 1 बजे तक वो शेयर 8 रुपए तक गिर गया और मार्किट बदन होता है 3:15PM पर बंद हो जाता है इसलिए आपको वो सौदा इससे पहले-2 आपको बेचना ही पड़ेगा क्योंकि कैरी फॉरवर्ड तो आप कर नही सकते और कोई भी मार्किट हो एक बार डाउन ट्रेंड चालू हो गया तो समझो की उसके ट्रेंड में फेरबदल होना काफी मुस्किल होता है (किसी खास परिस्थिति को छोडकर) क्योंकि इस बात का किसी को पत्ता नही होता की आपका शेयर कब अपट्रेंड में ट्रेड करे। इसलिए काफी ट्रेडर इंट्रा डे में लोस बुक करते हैं और अपनी पूंजी गवां बैठते हैं।
लॉन्ग टर्म की तरह इंटरा डे में एंट्री-एक्जिट प्वाइंट रामबाण की तरह (How to Put Slop Loss Exit Point In Intraday Trading)
इंट्रा डे ट्रेडिंग करते समय दो बातों का खास खयाल रखना चाहिए- पहला- एंट्री और एक्जिट प्वाइंट निश्चित करने के बाद सौदा कीजिए। उसे बिलकुल मत बदलिए। एंट्री ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? और एक्जिट प्वाइंट को अनुमान के आधार पर नहीं बल्कि विश्लेषण के आधार पर निश्चित कीजिए। दूसरा- इंट्रा डे ट्रेडिंग करते समय हमेशा आपकी उंगली स्टॉप लॉस के बटन पर होनी चाहिए। जैसे ही आपने सौदा किया, फौरन स्टॉप लॉस सेट कर दीजिए। क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि आपने स्टॉप लॉस लगाने में सुस्ती दिखाई और कुछ ही मिनट के अंदर बाजार ने यू टर्न ले लिया। और जितनी देर में आप चाय पीकर वापस लौटे तो पता चला कि शेयर की कीमत आपके स्टॉप लॉस से भी दो फीसदी नीचे चली गई। ऐसी सूरत बड़ी खतरनाक होती है क्योंकि मुनाफा तो दूर, आप मनचाहे स्टॉप लॉस के प्वाइंट पर भी सौदा नहीं निपटा सकते हैं।
Intraday Trading क्या है ?
दोस्तों Intraday trading को Day trading भी कहा जाता है , यहाँ आपको एक दिन में ही आपको अपना आर्डर लगा के क्लोज करना होगा !
अगर आप अपना आर्डर Same day close नहीं करते , तो ब्रोकर ,आपका आर्डर जबरदस्ती square off कर देगा , आप प्रॉफिट में रहो चाहे नुकशान पर रहो , ब्रोकर को फर्क नहीं पड़ेगा !
चलिए हम इंट्राडे ट्रेडिंग को Example से समझते है !
मान लीजिये राहुल नाम का लड़का Intraday trading करना चाहता है , तो वो क्या करेगा सुबह अपना आर्डर लगा देगा, 9.30 को और वो कुछ प्रॉफिट बुक करके दोपहर 2 बजे अपने Position को Square off कर देता है।
दोस्तों Intraday trading ,डे ट्रेडिंग होता है , यहाँ आपको अपना Position 3.15 के पहले Square off करना होता है , नहीं तो आपका broker आपका आर्डर कट कर देता है , आप प्रॉफिट में रहो चाहे नुकशान में रहो , आपका आर्डर आपका ब्रोकर 3.15 के पहले स्क्वायर ऑफ कर देगा।।
तो इसका मतलब आप क्या समझे ,
यही समझे होंगे , Same Day खरीदना है और Same Day बेचना है !
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