मेघदूत पुरस्कार - ​२०२०​

विक्रेताओं को भारत ई-मार्केट कॉमर्स पोर्टल भारत से जोड़ने के लिए कैट ने शुरू किया मोबाइल एप

भारत ई-मार्केट मोबाइल एप

व्यापारी संगठन कैट ने अपने आगामी ई-कॉमर्स पोर्टल ‘भारत ई-मार्केट’ से विक्रेताओं को जोड़ने के लिए बृहस्पतिवार को मोबाइल एप की शुरुआत की है। इसके जरिए कारोबारी एवं सेवा प्रदाता पोर्टल पर पंजीकरण पर अपनी ई-दुकान कॉमर्स पोर्टल भारत शुरू कर सकते हैं।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि स्वदेसी भारत ई-मार्केट पोर्टल देश के सभी नियमों का पालन करेगा। पोर्टल में कॉमर्स पोर्टल भारत कोई विदेशी निवेश स्वीकार्य नहीं होगा और उपयोगकर्ताओं के आंकड़े पूरी तरह से देश में ही रहेंगे।

संगठन महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियां देश के नियम एवं कानूनों का उल्लंघन कर ई-कॉमर्स बाजार को खराब कर रही हैं। इसके मद्देनजर व्यापारियों और ग्राहकों को ध्यान में रखकर तैयार ई-कॉमर्स पोर्टल जरूरी था। इस साल दिसंबर तक सात लाख और और दिसंबर, 2023 तक एक करोड़ कारोबारियों को पोर्टल से जोड़ने का लक्ष्य है।

ई-कॉमर्स

E-Comm

इंटरनेट और उसके बाद के ई-कॉमर्स बूम कॉमर्स पोर्टल भारत ने संगठनों और लोगों के लिए एक व्यापक पहुंच बनाने के लिए एक नई दुनिया खोल दी। पूरे देश और दुनिया भर में आदिवासी उत्पादों की उपलब्धता का विस्तार करने कॉमर्स पोर्टल भारत और जनजातीय लोगों के लिए अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए,TRIFED अपने पोर्टल www.tribesindia.com के साथ ऑनलाइन गया।

इस नए चैनल का उपयोग इस कॉमर्स पोर्टल भारत तरह से किया जा रहा है कि सिर्फ एक क्लिक में, दस्तकारी, आदिवासी उत्पादों को एक बड़ा दर्शक मिल जाता है - न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी।

विचारशील कॉमर्स पोर्टल भारत और दस्तकारी उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला जो अपनी समृद्ध प्राचीन सांस्कृतिक विरासत की अमिट छाप ले जाती है, खरीददारों को उपलब्ध कराई जाती है, विपणन की जाती है और उपलब्ध कॉमर्स पोर्टल भारत कॉमर्स पोर्टल भारत कराई जाती है।

Bharat e Market की वेबसाइट क्या है?

नहीं- ऑनलाइन अपनी दूकान बनाने के लिए दुकानदारों को किसी भी तरह का कोई भुक्तान नहीं देना पड़ेगा. इस पोर्टल में आपको न तो किसी भी तरह को कोई चार्ज पड़ने वाला है इसे इस्तमाल करने के लिए और ना ही इससे किसी को कोई कमिशन प्राप्त होगा, इससे सिर्फ दुकानदारों का कॉमर्स पोर्टल भारत फायदा होगा।

भारतीय ई-कॉमर्स ऐप Bharat e Market बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) और कॉमर्स पोर्टल भारत बिजनेस-टू-कंज़्यूमर (B2C) दोनों तरह के लेन-देन के लिए है। CAIT का दावा है कि दिसंबर 2021 तक इस प्लेटफॉर्म से 7 लाख ट्रेडर्स और दिसंबर 2023 तक 1 करोड़ ट्रेडर्स जुड़ने की उम्मीद है। यदि ऐसा होता है तो ये दुनिया का सबसे बड़ा पोर्टल बन कॉमर्स पोर्टल भारत जाएगा।

आत्मनिर्भर भारत: कैट ने लॉन्च किया ई-कॉमर्स पोर्टल भारतईमार्केट का Logo; ग्राहक दिसंबर से कर सकेंगे खरीदारी, यहां नहीं बिकेगा चाइनीज सामान

भारतईमार्केट की टैग लाइन को

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपने ई कॉमर्स पोर्टल 'भारतईमार्केट' का लोगो ( प्रतीक चिन्ह) को आज लॉन्च कर दिया है। यह ऑनलाइन खरीदारी के लिए ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिस पर सिर्फ और सिर्फ भारतीय प्रोडक्ट्स बिकेंगे। ये एक पूरी तरह भारतीय ई-कॉमर्स पोर्टल है। इस पोर्टल के पीछे मकसद स्वदेशी चीजों को आगे बढ़ाना और चीन के सामानों को बायकॉट करना है। इससे चीन को सीधी चोट पहुंचेगी। पोर्टल का पूरा डेटा भारतीय सर्वर पर ही मौजूदा होगा। इसी साल दिसंबर 2020 ये पोर्टल आम लोगों के लिए शुरू हो जाएगा।

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